Ganesh Ji Ki Aarti
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।माथे सिंदूर सोहे, मूसे की […]
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।माथे सिंदूर सोहे, मूसे की […]
हो जन्म जन्म की खोज बताएं राम से चल के राम पे आए प्रेम कोई हम और न जानें राम
दोहा : निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमानतेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान चौपाई : जय हनुमंत
अम्बे तू है जगदम्बे काली,जय दुर्गे खप्पर वाली,तेरे ही गुण गायें भारती,ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती । तेर
सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाचीनूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाचीसर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राचीकंठी झलके माल मुकताफळांची जय देव जय देव,
नमो नमो दुर्गे सुख करनी । नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी ॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी । तिहूँ लोक फैली
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया, जय लक्ष्मी मातातुमको निसदिन सेवत, मैया जी को निसदिन सेवतहर विष्णु धाता, ॐ जय लक्ष्मी
दोहा : श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं
।।दोहा।। श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत
श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा, श्री हनुमान जन्मोत्सव और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से वाचन