इतनी शक्ति हमें देना, दाता
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना
इतनी शक्ति हमें देना, दाता
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना
हम चले नेक रस्ते पे, हमसे
भूल कर भी कोई भूल हो ना
इतनी शक्ति हमें देना, दाता
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना
हम चले नेक रस्ते पे, हमसे
भूल कर भी कोई भूल हो ना
इतनी शक्ति हमें देना, दाता
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना
हर तरफ़ ज़ुल्म है, बेबसी है
सहमा-सहमा सा हर आदमी है
पाप का बोझ बढ़ता ही जाए
जाने कैसे ये धरती थमी है
बोझ ममता से तू ये उठा ले
तेरी रचना का ये अंत हो ना
हम चले नेक रस्ते पे, हमसे
भूल कर भी कोई भूल हो ना
इतनी शक्ति हमें देना, दाता
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना
हम अँधेरे में हैं, रोशनी दे
खो ना दें ख़ुद को ही दुश्मनी से
हम सज़ा पाएँ अपने किए की
मौत भी हो तो सह लें ख़ुशी से
कल जो गुज़रा है, फिर से ना गुज़रे
आने वाला वो कल ऐसा हो ना
हम चले नेक रस्ते पे, हमसे
भूल कर भी कोई भूल हो ना
इतनी शक्ति हमें देना, दाता
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना
इतनी शक्ति हमें देना, दाता
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना